हुनरमंदों के लिए स्वर्णिम अवसर 2025 में फुटवियर उद्योग में करियर की संभावनाएं
प्रस्तावना फुटवियर उद्योग रोजगार का बढ़ता हुआ क्षेत्र
भारत का फुटवियर उद्योग दशकों से रोजगार सृजन का एक प्रमुख स्रोत रहा है। चाहे वह खेल के मैदान हों या फैशन की दुनिया, फुटवियर सेक्टर ने लाखों लोगों को रोजगार प्रदान किया है। वर्ष 2025 के बजट में सरकार द्वारा घोषित नई योजनाओं और “China Plus One” नीति के कारण इस क्षेत्र में और अधिक संभावनाएं उत्पन्न हुई हैं। अनुमान है कि अगले पाँच वर्षों में 10 लाख से अधिक नए रोजगार के अवसर फुटवियर सेक्टर में सृजित होंगे। इस प्रकार, यह उद्योग युवाओं और कुशल श्रमिकों के लिए एक आकर्षक करियर विकल्प बन गया है।
सरकारी पहल और उद्योग का विस्तार
1. फोकस प्रोडक्ट स्कीम (Budget 2025)
सरकार ने “फोकस प्रोडक्ट स्कीम” के तहत फुटवियर उद्योग को बढ़ावा देने के लिए विशेष प्रोत्साहन दिए हैं। इस योजना का उद्देश्य निर्यात को बढ़ाने के साथ-साथ 22 लाख नए रोजगार सृजित करना है।
2. नए उत्पादन केंद्रों की स्थापना
तमिलनाडु, कर्नाटक और उत्तर प्रदेश जैसे राज्यों में Nike, Adidas, Crocs जैसे बड़े ब्रांड्स ने अपनी उत्पादन इकाइयाँ स्थापित की हैं। इससे इन क्षेत्रों में रोजगार के अवसर तेजी से बढ़े हैं।
3. कानपुर फुटवियर पार्क
उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा कानपुर में एक विशाल फुटवियर पार्क स्थापित किया जा रहा है, जिससे स्थानीय एमएसएमई और कुशल श्रमिकों को रोजगार मिलेगा।
फुटवियर उद्योग में करियर के विभिन्न विकल्प
1. उत्पादन और निर्माण क्षेत्र
- कार्य: मशीनीकृत या हस्तनिर्मित जूते बनाना, स्टिचिंग, कटिंग, असेंबलिंग आदि।
- वेतन: ₹9,000–₹15,000 प्रति माह (स्थायी), ₹300–₹800 प्रतिदिन (दैनिक मजदूरी)।
2. सुपरवाइजर/यूनिट इंचार्ज
- कार्य: उत्पादन लाइन की निगरानी, कर्मचारियों का प्रबंधन।
- वेतन: ₹25,000–₹35,000 प्रति माह (अनुभव के आधार पर)।
3. क्वालिटी कंट्रोल मैनेजर
- कार्य: उत्पाद की गुणवत्ता जाँचना, अंतर्राष्ट्रीय मानकों का पालन सुनिश्चित करना।
- वेतन: ₹8–12 लाख प्रति वर्ष।
4. डिजाइन एवं डेवलपमेंट
- कार्य: नए फुटवियर डिजाइन तैयार करना, CAD सॉफ्टवेयर का उपयोग।
- शैक्षणिक योग्यता: FDDI, B.Des, या फुटवियर डिजाइनिंग में डिप्लोमा।
- वेतन: ₹10–20 लाख प्रति वर्ष।
5. सेल्स एवं मार्केटिंग
- कार्य: B2B सेल्स, रिटेल चैनल मैनेजमेंट, एक्सपोर्ट मार्केटिंग।
- वेतन: ₹30,000–₹1,00,000 प्रति माह (कमीशन सहित)।
रोजगार के प्रमुख केंद्र
- तमिलनाडु: चेन्नई, कोयंबटूर, परम्बुर (बहुराष्ट्रीय कंपनियों के कारखाने)।
- उत्तर प्रदेश: कानपुर (फुटवियर पार्क), आगरा (लेदर इंडस्ट्री)।
- महाराष्ट्र, कर्नाटक, हरियाणा: नए औद्योगिक क्लस्टर्स।
योग्यता एवं आवश्यक कौशल
- उत्पादन कर्मी: न्यूनतम 8वीं/10वीं पास, ITI डिप्लोमा फायदेमंद।
- सुपरवाइजर: डिप्लोमा + 2–5 वर्ष का अनुभव।
- डिजाइनर: FDDI या समकक्ष संस्थान से डिग्री।
- सेल्स प्रोफेशनल्स: ग्रेजुएशन + सेल्स अनुभव।
आवेदन कैसे करें
- डायरेक्ट फैक्ट्री विजिट कोयंबटूर, कानपुर, चेन्नई जैसे औद्योगिक हब में संपर्क करें।
- ऑनलाइन पोर्टल Apna, Indeed, LinkedIn पर “Footwear Jobs” सर्च करें।
- FDDI प्लेसमेंट फुटवियर डिजाइन एंड डेवलपमेंट इंस्टीट्यूट (FDDI) के कैंपस प्लेसमेंट में भाग लें।
- सरकारी पोर्टल Nivesh Mitra, उद्योग विभाग की वेबसाइट पर जॉब अपडेट देखें।
लंबी अवधि में लाभ
- करियर ग्रोथ: सुपरवाइजर से प्रोडक्शन मैनेजर तक की राह।
- विशेषज्ञता: स्पोर्ट्स, सेफ्टी, फैशन फुटवियर में विशेषज्ञ बनने का मौका।
- वैश्विक अवसर: एक्सपोर्ट-ओरिएंटेड कंपनियों में काम करने का मौका।
फुटवियर उद्योग न केवल रोजगार दे रहा है, बल्कि यह युवाओं के लिए एक स्थिर और समृद्ध करियर विकल्प भी प्रदान करता है। सरकारी योजनाओं और बढ़ते निवेश के कारण यह क्षेत्र तेजी से विस्तार कर रहा है। यदि आपके पास कुशलता और मेहनत करने की इच्छाशक्ति है, तो फुटवियर सेक्टर आपके लिए एक उज्ज्वल भविष्य प्रदान कर सकता है।