महिला एवं बाल विकास मंत्रालय के अंतर्गत कार्यरत आंगनवाड़ी केंद्रों में 2025 में हजारों पदों पर भर्तियाँ शुरू हो चुकी हैं। सरकार का उद्देश्य महिलाओं को स्वावलंबी बनाना और बच्चों की देखभाल को बेहतर करना है। यदि आप सरकारी सेवा के जरिए समाज की सेवा करना चाहती हैं, तो यह भर्ती आपके लिए एक शानदार अवसर हो सकती है।
आंगनवाड़ी कार्यकर्ता की मुख्य भूमिका बच्चों और महिलाओं के समग्र विकास से जुड़ी होती है। सबसे पहले, वह 0 से 6 वर्ष तक के बच्चों की देखभाल करती हैं, उन्हें आंगनवाड़ी केंद्र में लाकर प्राथमिक शिक्षा प्रदान करती हैं। इस दौरान बच्चों को खिलौनों, चार्ट, कहानियों और खेलों के माध्यम से शिक्षण गतिविधियों में शामिल किया जाता है। बच्चों की उपस्थिति का पूरा रिकॉर्ड भी कार्यकर्ता के द्वारा रखा जाता है। पोषण और स्वास्थ्य सेवाओं के अंतर्गत, केंद्र में आने वाले बच्चों को मिड-डे मील के रूप में पौष्टिक आहार दिया जाता है। इसके साथ ही गर्भवती और धात्री महिलाओं को भी पौष्टिक भोजन उपलब्ध कराया जाता है। नियमित रूप से बच्चों की लंबाई और वजन की जांच की जाती है और यदि कोई बच्चा कुपोषित पाया जाता है, तो उसे तुरंत नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र भेजा जाता है।
गर्भवती महिलाओं की सहायता के लिए, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता उनका पंजीकरण कराती हैं और समय-समय पर स्वास्थ्य जांच के लिए उन्हें अस्पताल भेजती हैं। वे गर्भवती और नवप्रसूता महिलाओं को प्रसव पूर्व और पश्चात देखभाल, स्तनपान, टीकाकरण और साफ-सफाई से जुड़ी जरूरी जानकारी देती हैं। स्वास्थ्य से जुड़ी एक और महत्वपूर्ण जिम्मेदारी है टीकाकरण कार्यक्रम। कार्यकर्ता बच्चों और महिलाओं के टीकाकरण में भाग लेकर उन्हें सुरक्षित रखने का कार्य करती हैं, और इस कार्य में स्थानीय स्वास्थ्य विभाग एवं ANM के साथ समन्वय स्थापित करती हैं। इसके अतिरिक्त, वह गांव में स्वास्थ्य जागरूकता फैलाने और बीमार बच्चों या महिलाओं को अस्पताल पहुंचाने में भी सहायता करती हैं।
आंगनवाड़ी कार्यकर्ता का एक बड़ा दायित्व है विभिन्न सरकारी योजनाओं का प्रचार करना और योग्य लोगों को उसका लाभ दिलाना। इनमें प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना, जननी सुरक्षा योजना, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ, पोषण अभियान और स्वच्छता अभियान शामिल हैं। अंत में, कार्यकर्ता बच्चों की हाजिरी, वजन, बीमारी, और टीकाकरण से संबंधित पूरी जानकारी का रिकॉर्ड रखती हैं और समय-समय पर यह रिपोर्ट ब्लॉक ऑफिस व सुपरवाइजर को सौंपती हैं। हर महीने ‘ग्राम स्वास्थ्य पोषण दिवस’ पर ये रिपोर्टें प्रस्तुत की जाती हैं, जिससे क्षेत्रीय विकास और सरकारी निगरानी सुनिश्चित होती है।
पदों का प्रकार
आंगनवाड़ी केंद्रों में तीन प्रमुख प्रकार के पद होते हैं:
- आंगनवाड़ी सहायिका (Helper)
- बच्चों की देखभाल, सफाई, भोजन वितरण आदि कार्य
- न्यूनतम योग्यता: 8वीं पास
- आंगनवाड़ी कार्यकर्ता (Worker)
- पोषण, टीकाकरण, माता-बच्चे की निगरानी, रिपोर्टिंग आदि
- न्यूनतम योग्यता: 10वीं/12वीं पास
- सुपरवाइजर / पर्यवेक्षक (Supervisor)
- केंद्रों की निगरानी, रिपोर्ट तैयार करना, कार्यकर्ताओं को गाइड करना
- योग्यता: स्नातक (Graduate)
कुछ राज्यों में सहायिका और कार्यकर्ता के पदों को एकसाथ रखा जाता है।
राज्यवार भर्ती स्थिति –
राज्य | अनुमानित पद संख्या | आवेदन माध्यम | स्थिति |
---|---|---|---|
उत्तर प्रदेश | 15,000+ | ऑनलाइन | शुरू |
बिहार | 12,000+ | ऑनलाइन | चालू |
राजस्थान | 10,500+ | ऑफलाइन | जारी |
मध्य प्रदेश | 9,000+ | ऑनलाइन | जल्द |
झारखंड | 6,000+ | ऑनलाइन | जल्द |
महाराष्ट्र | 8,500+ | ऑनलाइन | जारी |
किन महिलाओं को प्राथमिकता दी जाती है?
संबंधित ग्राम पंचायत/वार्ड की निवासी महिला
विधवा / तलाकशुदा / अकेली महिलाएं
गरीबी रेखा से नीचे (BPL) कार्ड धारक
SC/ST/OBC श्रेणी की महिलाएं
पहले से कार्यरत या प्रशिक्षण प्राप्त महिलाएं (जैसे आशा कार्यकर्ता)
जरूरी दस्तावेज़ों की सूची
- आधार कार्ड
- राशन कार्ड
- स्थानीय निवासी प्रमाण पत्र
- जन्मतिथि प्रमाण (10वीं की मार्कशीट या जन्म प्रमाण पत्र)
- शैक्षणिक प्रमाण पत्र (8वीं/10वीं/12वीं या ग्रेजुएशन)
- जाति प्रमाण पत्र (अगर लागू हो)
- पासपोर्ट साइज फोटो
आवेदन से पहले जान लें ये खास बातें
कुछ राज्यों में फॉर्म ऑफलाइन भरे जाते हैं – जैसे राजस्थान में ब्लॉक स्तर पर फॉर्म मिलते हैं
आवेदन करने के बाद कोई शुल्क नहीं लिया जाता
फॉर्म भरने में कोई गलती न करें – एक बार सबमिट करने के बाद सुधार नहीं हो सकता
भर्ती की पारदर्शिता – क्यों है यह भर्ती भरोसेमंद?
- सभी चयन राज्य सरकार की देखरेख में होता है
- मेरिट बेस पर चयन – कोई परीक्षा नहीं
- आरक्षण का पालन सख्ती से किया जाता है
- आवेदन पूरी तरह नि:शुल्क होता है
- दस्तावेज़ सत्यापन जिला स्तर पर होता है
भविष्य की संभावनाएं – क्या प्रमोशन या स्थायी नौकरी मिलती है?
हां, कई राज्यों में अनुभव और योग्यता के आधार पर:
- आंगनवाड़ी कार्यकर्ता को सुपरवाइजर पद पर प्रमोट किया जाता है
- सुपरवाइजर को आगे चलकर Child Development Project Officer के लिए प्रशिक्षण दिया जाता है
- कुछ केंद्रों में परमानेंट पोस्टिंग भी दी जाती है (राज्य के अनुसार)
आवश्यक दस्तावेजों की विस्तृत सूची:
दस्तावेज | अनिवार्यता |
---|---|
आधार कार्ड | अनिवार्य |
निवास प्रमाण पत्र | स्थानीय निवासी प्रमाण के लिए |
शैक्षणिक प्रमाण पत्र | 8वीं / 10वीं / ग्रेजुएशन अनुसार |
पासपोर्ट साइज फोटो | हाल ही की |
जाति प्रमाण पत्र | आरक्षित वर्ग के लिए |
बैंक पासबुक (कुछ राज्यों में) | मानदेय भुगतान हेतु |
भविष्य की संभावनाएं
बहुत सी महिलाएं जो सहायिका के रूप में भर्ती हुई थीं, आज कार्यकर्ता, फिर सुपरवाइजर, और कुछ तो बाल विकास परियोजना अधिकारी (CDPO) पद तक पहुंच चुकी हैं। राज्य सरकारें समय-समय पर प्रमोशन, ट्रेनिंग, और विशेष कार्यों के लिए प्रोत्साहन राशि भी देती हैं।
ट्रेनिंग और सपोर्ट
हर चयनित कार्यकर्ता को सरकारी स्वास्थ्य विभाग और ICDS द्वारा मुफ्त प्रशिक्षण दिया जाता है, जिसमें उन्हें:
- पोषण
- टीकाकरण
- बाल देखभाल
- गर्भवती महिलाओं की देखभाल
- रिकॉर्डिंग और रिपोर्टिंग की पूरी जानकारी दी जाती है।
यह ट्रेनिंग आपके आत्मविश्वास और कार्यक्षमता दोनों को बढ़ाती है।
निष्कर्ष – मौका आपके द्वार पर है!
आंगनवाड़ी भर्ती 2025 महिलाओं के लिए सिर्फ एक नौकरी नहीं बल्कि सशक्तिकरण का जरिया है। आप अपने गांव और समाज की सेवा करते हुए एक सम्मानित सरकारी पद पर कार्य कर सकती हैं। अगर आप पात्र हैं, तो इस अवसर को हाथ से जाने न दें।